नई दिल्ली। वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस से संक्रमित एक चीनी नागरिक को दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पकड़ा गया है। वह बुधवार को ही इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट से अहमदाबाद से दिल्ली हवाई अड्डे पहुंचा है। एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं। कोरोना वायरस का संक्रमण भारत सहित दुनियाभर के कई देशों में तेजी से फैल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक देश में इससे 11 लोगों की मौत हो चुकी हैइसके साथ ही देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़कर 562 तक पहुंच गई है।बता दें कि, दिल्ली में विदेश से आने वाले या उनके संपर्क में आए 12567 लोगों को दिल्ली सरकार ने क्वारंटाइन में भेज दिया है। इसमें 11,159 लोग ऐसे हैं जिन्हें उनके घर पर ही क्वारंटाइन किया गया है, जबकि 1173 से अधिक लागा का सरकारी क्वारटाइन सेंटर OOK INCE रखा गया है। कारंटाइन होने वालों की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा है। दिल्ली में अभी तक कोरोना के 30 पॉजिटिव केस आ चुके हैं। बीते 40 घंटे में एक भी केस सामने नहीं आया है ।सरकारी क्वारंटाइन सेंटर में रहने वाले वो लोग हैं जिनमें कोई न कोई लक्षण है जिससे कोरोना वायरस का खतरा हो सकता है। वहीं होम क्वारंटाइन में उन्हें भेजा गया है जो कि विदेश की यात्रा करके लौटे हैं या फिर किसी के संपर्क में आए हैं। मगर उनमें फिलहाल कोई लक्षण नहीं है। सरकार होम क्वारंटाइन में रह रहे लोगों पर निगरानी बनाए हुए है। उनके घर पर रोजाना एक टीम जांच के लिए जाती है। सरकार ने कारंटाइन करने वालों की संख्या को ब?ता हुआ देख होटल में पेड क्वारंटाइन बिस्तर की संख्या बराकर 600 की है। यह पहले तीन होटल में 182 बिस्तर का था। नए तीन होटस भी एरोसिटी में ही मौजूद है। अगर कोई पेड क्वारंटाइन में रहना चाहता है तो वह सीधे वहीं जा कर रह सकता है। इसमें एक दिन के 3100 रुपये लगते हैंइस पर लगने वाले जीएसटी को सरकार ने माफ कर दिया है।कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से कोरोना वायरस की गंभीरता को समझने और घरों में रहने की अपील करते हुए मंगलवार को 21 दिनों के राष्ट्रव्यापी 'लॉकडाउन की घोषणा की है कोरोना वायरस के प्रकोप को लेकर राष्ट के नाम संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि मंगलवार रात 12 बजे से पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान को बचाने के लिए, हिंदस्तान के हर नागरिक को बचाने के लिए आज रात 12 बजे से, घरों से बाहर निकलने पर, पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है मोदी ने कहा कि देश के हर राज्य को, हर केंद्र शासित प्रदेश को, हर जिले, हर गांव, हर कस्बे, हर गली-मोहल्ले को अब लॉकडाउन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस लॉकडाउन की आर्थिक कीमत देश को उठानी पडेगीमोदी ने कहा कि लेकिन एक-एक भारतीय के जीवन को बचाना इस समय मेरी, भारत सरकार की, देश की हर राज्य MDEcado सरकार की. हर स्थानीय निकाय की सबसे बड़ी प्राथमिकता है।लोगों से सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील करते हए पीएम ने कहा कि आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना वायरस के संक्रमण चक्र को तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहत अहम है।उन्होंने लोगों से अपील की कि चाहे जो हो जाए। घर में रहें और एक ही काम करें कि अपने घर में रहें। उन्होंने लोगों से कहा कि यह धैर्य और अनुशासन का समय है और जब तक देश में लॉकडाउन की स्थिति है, हमें अपना संकल्प और वचन निभाना है। पीएम मोदी ने कहा कि हमें कोरोना वायरस के फैलने की श्रृंखला को तोडना है। आज के फैसले ने देशव्यापी लॉकडाउन ने आपके घर के दरवाजे पर एक लक्ष्मण रेखा खींच दी हैप्रधानमंत्री ने कहा कि सभी देशों के दो महीनों के अध्ययन से जो निष्कर्ष निकल रहा है और विशेषज्ञ भी यही कह रहे हैं कि कोरोना से प्रभावी मुकाबले के लिए एकमात्र विकल्प है- सामाजिक दरी ।उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने का इसके अलावा कोई तरीका नहीं है, कोई रास्ता नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकना है, तो इसके संक्रमण के चक्र को तोडना ही होगा मोदी ने कहा कि कुछ लोग इस गलतफहमी में हैं कि सामाजिक दरी बनाना केवल बीमार लोगों के लिए आवश्यक है। ये सोचना सही नहीं है।प्रधानमंत्री ने कहा कि सामाजिक दूरी हर नागरिक के लिए है, हर परिवार के लिए है, परिवार के हर सदस्य के लिए है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की लापरवाही, कुछ लोगों की गलत सोच, आपको, आपके बच्चों को, आपके माता पिता को, आपके परिवार को, आपके दोस्तों को, पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी । मोदी ने कहा कि 22 मार्च को जनता कफ्यू का जो संकल्प हमने लिया था, एक राष्ट्र के नाते उसकी सिद्धि के लिए हर भारतवासी ने पूरी संवेदनशीलता के साथ,पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना योगदान दिया ।उन्होंने कहा कि बच्चे- बुजुर्ग, छोटे-बड़े, गरीब-मध्यम वर्ग-उच्च वर्ग, हर कोई परीक्षा की इस घड़ी में साथ आया। एक दिन के जनता कर्फयू से भारत ने दिखा दिया कि जब देश पर संकट आता है,जब मानवता पर संकट आता है तो किस प्रकार से हम सभी भारतीय मिलकर,एकजुट होकर उसका मुकाबला करते हैं ।मोदी ने कहा कि आप कोरोना वैश्विक महामारी पर पूरी दुनिया की स्थिति को समाचारों के माध्यम से सुन भी रहे हैं और देख भी रहे हैं। आप ये भी देख रहे हैं कि दुनिया के समर्थ से समर्थ देशों को भी कैसे इस महामारी ने बिल्कुल बेबस कर दिया है।